बारह कोटडी में शामिल, कैरवाड़ा जागीर 12घोड़े में स्थापना और अन्य जातियों को जमीन दान में देकर उने पनाह दी
ये भौमिया जी बने, आमेर जयपुर की तरफ से युद्ध में वीरगति मिली, इनका मंदिर है हर साल मेला भरता है।
इन्होंने भौमिया जी के मंदिर में जमीन दान, नर सिंह जी मंदिर दान, योगी समाज को शिवालय दान में, अन्य जातियों को जमीन दान में दी
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